ChangeMakers
मेरा नाम सन्नी है और मैं पीर बडोली गाँव का रहने वाला हूँ । मैंने MASS कम्युनिकेशन से ग्रेजुएशन की और आगे उसी क्षेत्र में काम करना शुरू किया | मैं बचपन से INDIAN ARMY में भर्ती होना चाहता था | पर किसी कारण से ऐसा नहीं हो पाया | फिर मैंने सब छोड़ कर टीचिंग करना की सोची और एक प्राइवेट स्कूल में टीचिंग करने लगा| मुझे बच्चो से बहुत लगाव है और मेरे शिक्षक मेरे आदर्श रहे है जिन्होंने हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया । मुझे लगता है कि अध्यापक वो माध्यम है जिसके जरिये अपनी बात बच्चो और अभिभावकों तक पंहुचा सकते है । मुझे टीचिंग करते - करते लगभग दो साल होने को आया था पर वो संतुष्टि नहीं मिल पा रही थी | क्योंकि मैं कुछ ऐसा करना चाहता था जिसे से मेरा व् मेरे गाँव का नाम, हो जिससे मैं इस समाज के लिए कुछ कर पाऊं | मैं अपने गाँव और गाँव के बच्चों के लिए कुछ करना करना चाहता था | और मेरे इस इच्छा को पूरे करने में वरित्रा फाउंडेशन ने मेरी मदद की | वारित्रा के साथ जुड़ कर मुझे शिक्षा मित्र के रूप मे काम करने का मौका मिला। मुझे अपनी स्किल्स के बारे मे पता चला और एक संगठन के साथ काम करने की ताकत को जान पाया। किसी भी बदलाव के लिए सबका साथ चलना जरुरी है ये समझ पाया।
सन्नी / Sunny