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ChangeMakers

मेरा नाम विकास है और मैं पीर बडोली गाँव का रहने वाला हूँ । मैं एक मध्यवर्गीय परिवार से संबंध रखता हूं । मेरा और मेरे परिवार का सपना था कि मैं एक सरकारी नौकरी करूं। मेरा बचपन बहुत सादगी से बीता और मैंने अपनी पढ़ाई सरकारी स्कूल से ही पूरी की। उसके बाद मैंने अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखी और अपनी ग्रेजुएशन पूरी की। साथ ही अपना सरकारी नौकरी के सपने को पूरा करने की तैयारी करता रहा। उसके बाद मैंने लेबोरेटरी में काम किया। मैं पिछले 6 महीनों से वारित्रा के साथ जुड़ा हुआ हूं। जब वारित्रा हमारे गांव में काम करने के लिए आया और मुझे उनके प्रोग्राम के बारे में पता चला, मुझे वारित्रा का काम बहुत रोचक लगा। अब मैं एक शिक्षण मित्र के तौर पर वारित्रा के साथ काम कर रहा हूं। इस दौरान मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। मैंने बच्चों के बारे में बहुत करीब से जाना और उनके साथ काम करने के अलग अलग तरीकों के बारे में भी समझा। बच्चों के साथ-साथ मुझे गांव वालों के साथ भी काम किया और अपने गांव को करीब से जानने का मौका मिला। शुरुआत में गांव वालों का ज्यादा सपोर्ट नहीं मिला। लेकिन धीरे-धीरे वारित्रा के उद्देश्य के बारे में समझा और गांव वालों को भी जागरूक किया। बच्चों ने भी इस काम में पूरी मदद की। इसकी सहायता से LEC पर बच्चों की संख्या बढ़ी और अपने गांव की LEC को बेहतर बना पाए। वारित्रा के जरिये मुझे महसूस हुआ कि समाज को आगे बढाने मे एक युवा होने के नाते मेरी भागीदारी कितनी महत्वपूर्ण है। मुझे यह अवसर मिला कि मैं अपने गाँव के लिए कुछ कर पाऊं।

विकास / Vikas